शनिवार, 5 मार्च 2011

upkar bank

उपकार बैंक दुनिया का सबसे बड़ा, सबसे ताकतवर बैंक। हर कोई जनता है इस बारे मे। इसे जीवन के हर क्षेत्र में पायेगे।
एक उदहारण से इसे समझिये।
आप के उभरते लेखक है। एक दिन आप बहुत प्रतिभाशाली हो जाओगे। मै तुम्हारी मदद करना चाहता हु। मै तुम्हारे खाते में जमा करना शुरू कर देता हु। नकदी नहीं। बल्कि संपर्क। मै तुम्हे अनेक लोगो से मिलाता हु। कुछ गोटिया बैठाता हु। तुम जान जाते हो की तुम पर मेरा कुछ कर्ज है। लेकिन मै तुमसे कुछ नहीं मांगता। फिर एक दिन मै तुमसे एक तरफदारी करने के लिए कहता हु। और तुम निःसंदेह नहीं भी कह सकते हो। तुम जानते हो की तुम मेरे कर्जदार हो। तुम वह करते हो जो मै करने के लिए कहता हु। मै तुम्हारी लगातार मदद करता हु। दुसरे लोग देखते है की तुम एक भले, वफादार किस्म के इन्सान हो और इसीलिए वे भी जमा करते है हमेशा संपर्क के रूप में। दुनिया संपर्को से बनी है बस संपर्को से और किसीसे नहीं। एक दिन वो भी तुमसे तरफदारी मांगेगे। जिन लोगो ने तुम्हारी मदद की तुम उनकी इज्ज़त और मदद करते हो। और वक्त के साथ तुम्हारा जाल सारी दुनिया में फ़ैल जायेगा। और तुम्हारा प्रभाव बढता जायेगा।
यदि आप इंकार करते है तो :
उपकार बैंक एक जोखिम भरा निवेश है। किसी भी अन्य बैंक की तरह। जैसे मैंने जो मदद तुमसे मांगी है तुम वो मदद देने से इसीलिए इंकार करसकते हो की मैंने तुम्हारी मदद इसीलिए की थी की तुम मदद के लायक थे। तुम्हारी प्रतिभा को कोई भी पहचान सकता है।
ठीक है मै तुम्हारा बहुत शुक्रिया अदा करता हु। मै किसी अन्य से कहता हु, जिसके खाते मै मैंने बहुत सारे उपकार जमा किये है। हालाँकि इसके बाद मै तुमसे एक शब्द भी नहीं कहूँगा, पर हर कोई जन लेगा की तुम पर भरोसा नहीं करना चाहिए।
तुम जितना बढ़ सकते थे उससे आधा बढ़ पाओगे और उतना तो निश्चित तौर पर नहीं जितना की तुमने चाह होगा। एक जगह आकर तुम नीचे जाने लगोगे। तुम आधे खुश हो और आधे दुखी। तुम न तो निराश हो न ही सफल।

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