मंगलवार, 21 दिसंबर 2010

पैकज मीडिया

आजकल हर तरफ पैकजे ऑफर चल रहा है। मीडिया का भी यही हाल है। मीडिया का भी पैकजे ऑफर चल रहा है। चुनाब में तो खैर पैकजे ऑफर चलता ही है। सनसनी खेज खबरे होने पर मीडिया की पैकज डीलिंग बढ जाती है। टाटा राडिया फोने टेप लिक कांड मे टाटा के बारे में कोई भी खबर नहीं छाप रहा। न मीडिया इस बारे में कोई भी ब्रेकिंग न्यूज़ दे रहा है। मीडिया टाटा के बारे में कोई भी न्यूज़ देने से बच रहा है। जबकि २जि स्पेक्ट्रम घोटाले से सबसे ज्यादा फायदा टाटा को हुआ। चूँकि मीडिया को टाटा से करोड़ रुपए की डील होती है। इसलिए मीडिया टाटा को व उस जैसे पैसे वाले लोगो को बचा रही है।
शाहरुख़ खान भी इस पॅकेज डील का उदाहरण है। शाहरुख़ मीडिया द्वारा जन्मा सुपरस्टार है। वह खुद ही मीडिया द्वारा खुद को किंग खान कहलवाता है। ॐ शांति ॐ एक बेहद कमजोर फिल्म थी लेकिन जब रिलीज हुई तो किसी भी चैनल या पेपर में इतना दम नहीं था की वो इसे कमजोर फिल्म कहता। शारुख ने सारे न्यूज़ चैनल वालो के मुह पैसे से भर दिए। ११ चैनल में जनम दिन केक काटे। सारे न्यूज़ चैनल ने इसे एक अमर फिल्म बताया। और फिल्म को हिट करार दिया। ऐसा ही हाल माई नेम इज खान के साथ हुआ । एक घटिया फिल्म को चैनल वालों ने पैकेज लेकर महान फिल्म सिद्ध किया। लेकिन जनता सबसे ऊपर है उसने इन फिल्मो को उनकी औकात बता दी।
यहो हाल कुछ हद तक आमिर और सलमान कर रहे है। वीर फिल्म सलमान की फिल्म थी जो की बुरी तरह फ्लॉप हुई। लेकिन दबंग रिलीज से पहले लगा की सलमान एक दबंग है। उसके होने से ही फिल्म हिट हो जाती है। मीडिया सलमान की छवि कुछ इस तरह से गड़ने लगा की सलमान दबंग लगे, जिंदादिल लगे लोगो को मदद करने वाला लगे। इस छवि को फिल्म दबंग से रिलेट किया और फिल्म हिट हो गयी। जबकि शराब पि कर गाड़ी चलाना, लडकियों से ख़राब व्यवहार करना। ऐसी कुछ khasiyat hai salman ji ki. वह हर लड़की धोखा देता रहा। fir bhi मीडिया ने उसकी छवि बनायी उसे लाडला बना दिया।
आमिर इसमें ज्यादा मेहनत करता है। वह गजनी जैसी औसत फिल्म को भी सुपर डुपर हिट करवा देता है। पिपली लाइव जैसी फिल्म जो की ऑफ बीत फिल्म को भी हिट करवा दिया और ओस्कर के लिए भिजवा दिया। खैर उसने कुछ महान फिल्मे भी दी है जैसे लगन तारे जमीं पर, ३ इदिओत दी है।
लेकिन इन सबके ऊपर जनता जनार्धन है जो दूध का दूध और पानी का पानी कर देती है। तभी तो वेडनेसडे जैसी लो बजट फिल्म भी सुपर हिट हो जाती है।

सोमवार, 20 दिसंबर 2010

विकिलीक्स अमेरिका का प्रचार

विकिलीक्स अमेरिका के एजेंट की तरह कम कर रहा है। विकिलीक्स ने अमेरिका के बारे में जितनी भी सूचनाये लिक की है उन सब में कही भी अमेरिका का नेगतीवे प्रचार नहीं हो रहा है। इन सूचनाओ से एइसा लगता है अमेरिका की स्थिति फादर लाइक है। वह पूरी दुनिया पर नज़र रखे हुए है। कमजोर देशो को सुरक्षा देता है मजबूत देशो को अनुशाषित रखता है। वह पूरी दुनिया में कानून और व्यवस्था का ख्याल रखता है। इसलिए उसने २०० से ज्यादा परमाणु अस्त्र , मिसाईले तैनात करके राखी है।
यह सब एइसे समय हो रहा है जब अमेरिका का प्रभाव कम हो रहा है चाइना का प्रभाव बढ रहा है।
विकिलीक्स चीन की बुराई करता है। दुसरे देशो को अमेरिका के सामने छोटा सिद्ध कर रहा है।
विकिलीक्स खुलासे में कही भी अमेरिका की बुराई नहीं हो रही है। लेकिन अमेरिका ऐसा शो कर रहा है की वह बहुत दुखी है विकिलीक्स को जल्द से जल्द बंद कर देना चाहता है।
क्या ऐसा संभव है की इतनी गोपनीय दस्तावेज लिक हो जाये और अमेरिका कोई भी कारवाही न करे. यहाँ तक उसे लिक करने वाले को रोक न सके । इन्टरनेट पर पूरी पकड़ अमेरिका की है फिर भी वह ऐसा शो कर रहा है की वोह इसे रोक पाने में असमर्थ है।
अमेरिका इसे अपनी खोयी प्रतिष्टा को प्राप्त करने व् चाइना के प्रभाव को कम करने के लिये कर रहा है।

शुक्रवार, 17 दिसंबर 2010

फ्लॉप फिल्मे 2010

इस वर्ष की सबसे ज्यादा फ्लॉप फिल्मे है :
रावन
एक्शन रिप्ले
गुजारिश
किट्स
दो फिल्मे ऋत्विक रोशन की, दो ऐश्वर्या राय की एक एक अक्षय व अभिषेक की रही है। इस वर्ष यह सिद्ध हो गया है की ऋत्विक केवल घर की फिल्मे में ही सफल रहा है baahar की फिल्मो में वह फ्लॉप रहा है किट्स में भी निर्देशन अनुराग बासु का रहा है राकेश रोशन का नहीं। अमिताभ लाख चाहकर भी अभिषेक को hit नहीं करवा पाए। ऐश्वर्या फ्लॉप फिल्मो की hit अभिनेत्री रही। अक्षय का ख़राब समय चालू है वह अपनी सफलता को सम्हाल नहीं पाए।