रविवार, 2 मई 2010

आज में इतिहास पढ़ रहा था । रामायण के बारे में । ऋश राज बाली व सुग्रीव के पिता थे । तालाब में स्नान करने गए थे । स्नान करके बहार निकालने पर वे पुरुष से स्त्री बन गए। ऋश राज का स्त्री के रूप में इन्द्र के साथ संपर्क हुआ। इस के कारण से इन्द्र का वीर्य ऋश राज के बालों पर गिरा। इससे जिस बालक ने जन्म लिया उसका नाम बाली पढ़ा। सूर्य के साथ संपर्क होने वीर्य गर्दन पर गिरने के कारण जन्मे बालक का नाम सुग्रीव पढ़ा। इसी प्रकार हनुमानजी के पिता केसरीजी थे। लेकिन हनुमानजी मरुतिजी की संतान है। मेरे ख्याल से बाली में इन्द्र जैसे गुण व बल होने के कारण उन्हें इन्द्र पुत्र कहा गया व सुग्रीव में सूर्य सामान गुण के कारण व हनुमान में मारुती के सामान गुण के कारण उन्हें मरुतिपुत्र कहा गया.

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